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सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पेड़। इन पेड़ों को लगाएं उम्र भर ऑक्सीजन मुफ्त पाएँ।


"गर्मी बहुत है भाई "

चारों तरफ एक ही बात "भाई बहुत गर्मी है और उस पर ये प्रदूषण भी बहुत है, इस बार बचना मुश्किल है" जी हाँ दोस्तों यह बात बिलकुल सही है। एक तरफ भीषण गर्मी का कहर और दूसरा वायु प्रदूषण। इंसान को इस समय दो मुसीबतों ने घेरा हुआ है और सच पूछो तो ये दोनों ही मुसीबतें खुद इंसानों ने ही पैदा की हैं अपने लिए। 

दिन-प्रतिदिन पेड़ों की संख्या कम होती जा रही है। विकास के नाम पर हमने अपने ही हाथों अपने लिए मौत का इंतजाम कर लिया है। जो पेड़ हमें सांस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन देते हैं, हमारे जीवन दाता हैं, उन्ही को हम बिना सोचे-विचारे काटे जा रहे हैं। चाहे सरकार हाईवे बना रही हो या कोई हमारे जैसा अपने आप को समझदार और जागरूक कहने वाला व्यक्ति मकान बना रहा हो, पास आ रहे हर पेड़ को निर्दयिता से काटे जा रहा है। जिस भी आदमी को कोई महापुरुष रोकने की कोशिश करता है उसे समझाता है तो यही उत्तर मिलता है "एक अकेले मेरे एक पेड़ काटने से कोई जंगल ख़त्म थोड़े ख़त्म नहीं हो जाएगा"। भाई एक पेड़ से जंगल ख़त्म नहीं होता मगर एक-एक करके जरूर जंगल ख़त्म हो जाते हैं।

बदल गया पेड़ लगाने का स्वरूप। 

दूसरा एक इसका कारण यह भी है की हमने एकाएक अपने-अपने घरों से उन पेड़ों को दूर कर दिया है जो हमने लगभग 22 घण्टे ऑक्सिजन देते हैं और उनकी जगह घरों में सजावट वाले छोटे-छोटे पोधों को लगा लिया है। इससे घर तो जरूर सुन्दर लगने लगता है मगर आपको वो चीज पर्याप्त मात्रा में नहीं दे पा रहे हैं जो आपके जिन्दा रहने के लिए बहुत आवश्यक है और वो है शुद्ध ऑक्सीजन। यह पर्याप्त ऑक्सीजन इसलिए नहीं दे पा रहे हैं क्योंकि ये सिर्फ सजावटी पौधे हैं ज्यादा वायु शुद्ध नहीं कर सकते। 

अब तो आपको याद आने लगा होगा कि हमारे पूर्वजों ने क्यों नीम, बरगद, पीपल आदि के पेड़ लगाने को कहा था और वो स्वम भी लगाया करते थे और उस वक्त वायु भी बहुत शुद्ध होती थी। 

तो आज हम आपको कुछ उन पेड़ों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिन्हे लगाना बहुत आसान है, ज्यादा संभालना नहीं पड़ता और सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं। 


1) पीपल का पेड़। 

 

जहाँ तक बात की जाए इस पेड़ के गुणों के बारे में तो यह पेड़ हमारे सनातन धर्म में सबसे पवित्र माना जाता है। कई जगह इसकी लकड़ियाँ पूजा में हवन के काम आती हैं। कुछ आयुर्वेदिक दवाईयों में भी इसका इस्तेमाल होता है और इस पर एक छोटे आकार का फल भी लगता है जो खाने में भी अच्छा लगता है मगर इंसान इसे नहीं खाता लेकिन पक्षी इसे बड़े चाव से खाते हैं। अतः अगर आप पीपल का पेड़ लगाते हैं तो आप अनजाने में उन पक्षियों के लिए खाने का इंतजाम कर रहे हैं अतः आप पुण्य के भागीदार हैं और भगवान आपको पुण्य देंगे।

मगर सबसे बड़ा इसका यह गुण है की यह लगभग 22 घण्टे हवा को शुद्ध करता है अर्थात हमारे लिए साँस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन बनाता रहता है जोकि प्रमाणित भी हो चुका है मगर अभी भी कुछ बुद्धिजीवी लोग इस पेड़ को लगाने से कतराते हैं। पीपल का पेड़ लगभग 22 घण्टे हवा को शुद्ध करता है, इस बात को यह भी प्रमाणित करता है और इसका एक साइंटिफ़िक प्रमाण भी है। इसके पत्तों का आकर इस प्रकार का होता है की यह जरा सी हवा से हिल जाते हैं और यह हलके भी होते हैं।

2) नीम का पेड़। 

 

 

यह पेड़ भी हमारे लिए निरंतर ऑक्सीजन बनाता रहता है। यह भी एक औषधि पेड़ है। इसकी कच्ची लकड़ी दातुन के काम आती है। इस पर भी सावन के महीने में एक छोटे आकार का फल लगता है जिसे खाया भी जा सकता है। इसे खाने से सभी प्रकार के रक्त और त्वचा के रोग ठीक हो जाते हैं। इस पेड़ की लकड़ियाँ मजबूत होती हैं। बताया जाता है की जिस पेड़ में पत्तियां ज्यादा होंगी वो उतना ही ज्यादा ऑक्सीजन बनाता है। नीम का पेड़ एक दिन में लगभग 20 से 22 घंटे ऑक्सीजन बनाता है। 


3) बरगद का पेड़। 



बरगद का पेड़ बड़े आकार का होता है। बताया जाता है कि इसकी उम्र सैकड़ों वर्ष हो सकती है। यह भी अधिक मात्रा में ऑक्सीजन बनाता है। इस पर भी गर्मियों में एक फल लगता है जिसे इंसान और पक्षी एवं जानवर सभी खाते हैं। जहाँ पर जमीन अधिक हो वहां पर इस पेड़ को लगाना चाहिए क्योंकि यह बढ़ते जाता है और सैकड़ों वर्ष तक बना रहता है। यह पेड़ भी एक दिन में लगभग 20 घंटे से 22 घण्टे ऑक्सीजन बनाता है। और इसका सबसे महत्वपूर्ण गुण है इसका हर जगह पर हो जाता है। और इसके लिए ज्यादा देखभाल की भी जरूरत नहीं होती बस थोड़ी देखभाल से यह पेड़ हो जाता है। 

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